क्या सीबीआई मुख्यमंत्री केजरीवाल के दफ्तर की फाइलों को पढ़ा है, उनके कमरे में गई है। क्या केजरीवाल कथित रूप से एक भ्रष्ट अधिकारी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। क्या राजेंद्र कुमार पर शराब रखने के अनाप शनाप आरोप लगाये जा रहे हैं। उनके भ्रष्टाचार से संबंधित खबरों को क्यों नहीं ज़ाहिर किया जा रहा है। क्या केजरीवाल और कांग्रेस ने जेटली पर जो आरोप लगाया है उसमें कुछ दम है। या ये भी ललित गेट की तरह इंटिया गेट से होते हुए अजमेरी गेट में गुम हो जाएगा।