हमारे शहरों में जहां कहीं भी नजर जाती है वहां तक चलने-फिरने की जगहें कम ही बची हैं। हर चलने-फिरने की जगह को हमने कारों से भर दिया है। जहां देखो वहां जाम रहता है, चलने के लिए जगह और सांस लेने के लिए हवा कम पड़ने लगी है। शायद यही कारण है कि अब भारत में भी 'कार फ्री डे' जैसी पहल शुरू हो गई हैं।