कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 22 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना संकट पर बातचीत की. उन्होंने इस दौरान श्वेत पत्र भी पेश किया जो केंद्र के लिए COVID-19 की तीसरी लहर से निपटाने के लिए एक ब्लूप्रिंट के रूप में काम करेगा. मरने वाले 90 प्रतिशत लोगों को बचाया जा सकता था. राहुल गांधी ने कहा कि "प्रधानमंत्री के आंसूओं ने लोगों की जान नहीं बचाई, लेकिन ऑक्सीजन बचा सकती थी." (Credit: ANI)