प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट आया, तो भारत के लिए दुनिया चिंतित थी. अगर भारत खुद को नहीं संभाल पाया तो दुनिया के लिए संकट होगा लेकिन भारत ने अपने देश के नागरिकों की रक्षा करने के लिए एक अज्ञात दुश्मन से जंग लड़ी. आज दुनिया इस बात पर गर्व कर रही है कि भारत ने ये लड़ाई जीती है. ये लड़ाई किसी सरकार या व्यक्ति ने नहीं जीती, लेकिन हिंदुस्तान को तो इसका क्रेडिट जाता ही है. पीएम ने कहा कि कोरोना संकट में एक बूढ़ी महिला ने झोपड़ी के बाहर दीया जलाया, लेकिन उसका भी मजाक उड़ाया गया. पीएम ने विपक्ष से कहा कि वह ऐसी बातों में ना उलझे, जिनसे देश के मनोबल को चोट पहुंचता हो. पीएम ने कहा कि हमें दुनिया से लोकतंत्र सीखने की जरूरत नहीं है, भारत 'मदर ऑफ डेमोक्रेसी' है. जब देश में आपातकाल लगा, तो न्यायपालिका और देश की क्या हालत थी सभी को पता है लेकिन देश का लोकतंत्र इतना ताकतवर है कि आपातकाल को हमने पार कर दिया.