15 महीने के संघर्ष के बाद किसान अब वापस अपने-अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. क्योंकि उनका मानना है कि जो वो सरकार से चाहते थे, उसका आश्वासन उनको मिल गया है. तीन कानून तो वापस हो ही गए हैं. लेकिन बाकी जो उनकी मांगें थीं, उस पर उनको सरकार से आश्वासन मिल गया है.