महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार ने पिछले एक साल के भीतर ही शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के संस्थापक संभाजी भिड़े पर दर्ज 6 मामलों को वापस ले लिया है. ये जानकारी आरटीआई में सामने आई है. इसके अलावा आरटीआई से ये भी पता चला है कि बीजेपी-शिवसेना के दर्जनों नेताओं और उनके सैकड़ों कार्यकर्ताओं पर दर्ज मामलों को भी वापस ले लिया. जिन मामलों को वापस लिया गया है, उनमें दंगा फैलाने और तोड़फोड़ करने जैसे गंभीर मामले भी शामिल हैं. दरअसल, ये ख़ुलासा तब हुआ जब आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद ने गृह विभाग से ये जानकारी मांगी थी कि साल 2008 से 2018 के बीच कुल कितने नेताओं के उनपर से सरकार ने मामले वापस लिए हैं. साथ ही ये जानकारी भी सामने आई कि सारे मामले जून 2017 से 14 सितंबर 2018 के बीच वापस लिए गए.