इसी साल 11 फरवरी के प्राइम टाइम में आपने देखा था कि कैसे भीमा कोरेगांव केस में आरोपियों के कंप्यूटर में फर्जी सबूत प्लांट कर दिए गए. वॉशिंगटन पोस्ट की इस खबर ने कई सबूतों के साथ ये साबित किया था कि भीमा कोरेगांव के एक आरोपी रोना विल्सन की गिरफ्तारी से दो साल पहले उनके कंप्यूटर में ऐसे ईमेल प्लांट कर दिए गए, जिससे उन्हें आतंक के आरोपों में गिरफ्तार किया जा सके. आज NDTV के श्रीनिवासन जैन इस मामले में नई जानकारी लेकर आए हैं.