उत्तर भारत में चुनावी चर्चा फालतू के मुद्दों पर हो रही है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपने घोषणा पत्र पब्लिक के बीच नहीं रखे हैं उधर 0तमिलनाडु में डीएमके और AIADMK दोनों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं, जिसे पढ़ने के बाद अंदाज़ा हो जाता है कि 2019 का चुनाव किन वादों पर लड़ा जाएगा. दोनों दलों ने किसानों और छात्रों के कर्ज़ को माफ करने का वादा किया है. डीएमके ने वादा किया है कि आयकर छूट की सीमा 5 लाख से बढ़ा कर 8 लाख कर दी जाएगी. डीएमके ने कहा है कि अगर वह सत्ता में आई तो मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट को खत्म कर देगी. यही नहीं डीएमके पहली पार्टी हो गई है, जिसने अपने घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने का वादा किया है. पुरानी पेंशन को लेकर दिल्ली में भी कई प्रदर्शन हुए हैं. नीट का मसला तमिलनाडु के लिए काफी बड़ा है.