अभी तक प्रवासी मजदूर ट्रक से लटकते, पैदल, साइकिल चलाकर या फिर बस-ट्रेन के जरिए अपने घर जा रहे थे लेकिन आज 177 प्रवासी मजदूर मुंबई से रांची विमान से आये हैं. सभी के चेहरे पर दिखी घर लौटने की ख़ुशी, ये सब कुछ हुआ नेशनल लॉ स्कूल बंगलुरू के एलुमनाई समेत कुछ अन्य NGO के सहयोग से, जिन्होंने मजदूरों की यात्रा को सपनों का सफर बना दिया.