कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को जहां एक तरफ किसान संगठन और तेज करने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सरकार की लगातार कोशिश है कि जल्द से जल्द इस आंदोलन को खत्म कर दिया जाए. इसी को लेकर सरकार की तरफ से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन स्थलों को किले में तब्दील कर दिया गया है. दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने कंटीली तार, बैरिकेड और बोल्डर लगाकर किलेबंदी कर दी है. इतना ही नहीं किसानों के धरनास्थल से दिल्ली की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने मजबूती से बंद कर दिया है. सरकार और पुलिस की इस कोशिश से साफतौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार और प्रशासन इस आंदोलन को आगे नहीं बढ़ने देना चाहती है. वहीं प्रशासन द्वारा उठाए गए इस कदम पर बीजेपी सांसद अशोक वाजपेयी ने कहा कि, “26 जनवरी के दौरान जो किसानों के ट्रैक्टर परेड में हिंसा हुई, उसको मद्देनजर रखते हुए ऐसा कदम उठाया जा रहा है. ताकि दोबारा से दिल्ली में ऐसी घटनाएं न हो, दोबारा से अराजकता न फैले, दोबारा से ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो. इसलिए ऐसा किया गया है”