बाल श्रम और दूसरे धंधों में धकेले जाने वाले बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के फाउंडेशन ने झारखंड के कुछ दूरदराज के इलाकों में जागरूकता अभियान चलाया. इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को बाल शिक्षा की अहमियत बताना है. ग्रामीणों से कहा गया कि वे अपने बच्चों को फिर से स्कूल भेजें ताकि बच्चों को बाल श्रम और तस्करों का शिकार होने के जोखिम को कम किया जा सके. इस पहल का नेतृत्व कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के बाल मित्र ग्राम कार्यकर्ताओं ने किया.
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