17 साल की एक लड़की काम की तलाश में नेपाल से दिल्ली आई. लेकिन उसे यहां जीवन का सबसे बुरा दर्द सहने को मिला. यहां लड़की को नशीला पदार्थ खिलाकर उसका रेप हुआ. कुछ महीने बाद जब उसने पेट में तेज दर्द की शिकायत की तो पता चला कि लड़की सात महीने की गर्भवती है. कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की सहयोगी संस्था बचपन बचाओ आंदोलन अब इस लड़की की काउंसलिंग और कानूनी मदद कर रही है.