हाल ही में फरीदाबाद में एक ऊंची इमारत की छत से कूदकर 16 वर्षीय एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. लड़के ने अपने पीछे एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें स्कूल के आला अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है. लड़के की मां इस सदमे से उबर नहीं पाई है. मां ने खुलासा किया कि कैसे उसके बेटे को स्कूल में उसे सताया गया और उसका यौन उत्पीड़न भी किया गया. लेकिन स्कूल ने तमाम शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया. बच्चे की मां को अब कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की सहयोगी संस्था बचपन बचाओ आंदोलन कानूनी रूप से मदद कर रही है ताकि बच्चे को न्याय मिल सके.
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