सोमवार को दिल्ली में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंटस ऑफ इंडिया आईसीएआई के छात्रों ने प्रदर्शन किया. दिल्ली के आईटीओ के पास अपने संस्थान के बाहर इन छात्रों ने प्रदर्शन किया. इनका कहना है कि ICAI परीक्षा की कॉपी सही से चेक नहीं करती है. इसके कारण 10 से 12 हज़ार छात्र परीक्षा देते हैं उनमें से सिर्फ 12 से 15 प्रतिशत ही पास होते हैं. बाकी 85 से 88 प्रतिशत फेल हो जाते हैं. छात्रों का कहना है कि कॉपी सही से चेक नहीं होती है. परीक्षा के बाद संस्थान प्रश्नों के उत्तर प्रकाशित करता है. उससे छात्र अपना उत्तर मिलाते हैं. उन्हें लगता है कि जो सही है उसका भी नंबर नहीं मिलता है. संस्थान का कहना है कि जो कॉपी चेक कर रहा है उसका काम है. उसे प्रभावित नहीं किया जा सकता है. छात्रों का कहना है कि ऑब्जेक्टिव प्रश्नों में सही होने पर पूरा का पूरा नंबर मिलना चाहिए लेकिन नहीं मिलता है. देश के कई जगहों में छात्रों ने प्रदर्शन किया है. दिल्ली, जयपुर और रायपुर, बेंगलुरू में भी प्रदर्शन हुए हैं. इन छात्रों को लगा कि ट्विटर पर ट्वीट करा देने से सबकी नज़र पड़ जाएगी. ये चाहते हैं कि इनकी कॉपी फिर से चेक की जाए. जिन्होंने गलत कॉपी चेक की है उन्हें दंडित किया जाए. यानी आपने देखा कि भारत का छात्र न सिर्फ परीक्षा कराने के लिए आंदोलन करता है, बल्कि परीक्षा की कॉपी कैसे चेक हो, उसके लिए भी आंदोलन करता है. छात्रों ने ट्विटर पर तस्वीरें डाली हैं कि उनका जवाब सही है लेकिन नंबर नहीं मिले हैं. यह कैसे हो सकता है.