एम्स के सीवीओ संजीव चतुर्वेदी को हटाने के बाद केंद्र सरकार ने यह दलील दी थी कि वह एम्स में भ्रष्टाचार का सफाया करने जा रही है। लेकिन एनडीटीवी इंडिया के पास इस बात के पुख़्ता सबूत हैं कि खुद स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भ्रष्टाचार की आरोपी एक डॉक्टर को सज़ा देने के बजाए बचाया, जबकि इस मामले में सीबीआई और एमसीआई भी सिफ़ारिश कर चुकी थी। देखिये यह रिपोर्ट...