एम्स का कहना है कि कैंसर के ज्यादातर मरीज़ अंतिम स्टेज में पकड़ में आते हैं.अगर शुरुआती दौर में पहचान हो जाए तो इलाज मुमकिन है और लाइफ एक्सपेक्टेंसी बढ़ सकती है. कुछ कैंसर तो ऐसे हैं कि सतर्क रहें तो हो ही न या फिर शुरुआत में ही पकड़ में आ जाएं. अब कोशिश है कि AI की मदद से भी कैंसर के पहचान हो सके. इसमें एम्स और आईआईटी दिल्ली का एक शोध चल रहा है. क्या कह रहे हैं कैंसर को लेकर एम्स के डॉक्टर, बात की संवाददाता परिमल कुमार ने...