केंद्र सरकार ने किसानों को बुधवार दोपहर दो बजे वार्ता के लिए आमंत्रित (Government Invites Farmers For Talks) किया है. सरकार ने कहा है कि वह खुले दिमाग से सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है. हालांकि केंद्र की ओर से भेजी गई चिट्ठी के जवाब में किसानों ने 29 दिसंबर 11 बजे बातचीत करने की पेशकश की थी. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का एक माह से ज्यादा समय बीत चुका है. कृषि मंत्री ने कुछ किसान संगठनों से मुलाकात भी की. देखना होगा कि छठवें दौर की वार्ता में किसान संगठन और केंद्रीय मंत्रियों के बीच गतिरोध टूटेगा या नहीं. केंद्र और किसान अपने-अपने रुख पर डटे हुए हैं.