Delhi-NCR Heavy Rain: बूढ़े शहरों की कैद में कमाऊ बच्चे....नाम सुन कर आपको बहुत अजीब लग रहा होगा... लेकिन सच्चाई यही है...भारत के शहर बहुत बूढ़े हो चुके हैं। वो अपना बोझ नहीं उठा पा रहे हैं। बारिश में डूबने लगते है। गर्मी में हांफने लगते हैं। सर्दी में उन्हें दिखना कम हो जाता है, सांसे फूलने लगती हैं। शहरों में रहने वाली आबादी जवान है। कमाऊ है। लेकिन शहर उनकी उम्मीदों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। सुबह 10 से शाम 5 बजे की जिंदगी में बंधे शहरों को अब बदल देने का वक्त आ चुका है। बुढाते शहरों पर हमारा नजरिया आपको बदलाव की बेचैनी महसूस करवाएगा।