महामारी से निपटने में कोरोना योद्धाओं (Corona warriors)ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इन्हीं में से एक चांदनी हैं, जो लॉकडाउन के दौरान मैटरनिटी लीव पर थीं, लेकिन बच्चे के जन्म के बाद वे अपनी जिम्मेदारी निभाना नहीं भूलीं. चांदनी विशाखापट्टनम से मुंबई लौट चुकी हैं. परिवार ने उन्हें खतरा देखते हुए मुंबई न जाने को कहा, लेकिन चांदनी ने हार नहीं मानी. गाड़ी बुक कर सड़क के रास्ते 1500 किलोमीटर दूर वे विशाखापट्नम से मुंबई पहुंचीं. छह माह के बच्चे के साथ उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई