School of Planning and Architecture में छात्रों की नारेबाज़ी 26 अक्टूबर की सुबह 9 बजे से चल रही है. 26 की पूरी रात वे कैंपस में बाहर ही नारेबाज़ी करते रहे. जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, उन्हें देखकर दिल्ली से बाहर के छात्र यही सोच रहे होंगे कि इनसे ज़्यादा समस्या तो हमारे यहां हैं मगर हम लोग तो एडजस्ट कर गए हैं, ये क्यों हाय हाय कर रहे हैं. दरअसल, लगता है हमारे राजनीतिक और सामाजिक संस्कार से बोलना चला गया है. अब हम फेसबुक पर ही बोलने को बोलना समझते हैं, अथॉरिटी या प्रशासन के सामने कुछ ज़्यादा ही चुप रहने लगे हैं.