कोयला खा गया कॉलेज. झारखंड के गोड्डा का यह कॉलेज कभी भी कोयले की खदान में समा सकता है. जिस कॉलेज की बात हो रही है उसके बारे में सोच कर दिल छोटा मत कीजिए. यूनिवर्सिटी सीरीज़ का यह 18वां अंक पहले अंक की तरह लग रहा है. इस कॉलेज का हाल देखकर लगा कि अभी तो हमने कुछ भी नहीं देखा, कुछ भी नहीं दिखाया और न बताया. आप सोच रहे होंगे कि कोयला कैसे किसी कॉलेजको खा सकता है, सोचिए, जब कॉलेज के कॉलेज भारत के लाखों नौजवानों को खा सकते हैं, निगल सकते हैं, बर्बाद कर सकते हैं तो कोयला कॉलेज क्यों नहीं खा सकता है.