यह यूनिवर्सिटी सीरीज़ का 20वां अंक है. मुझे पता है कि अब आपके लिए झेलना मुश्किल हो गया लेकिन यह सीरीज़ उन लाखों नौजवानों के लिए है जो इस सिस्टम को झेल रहे हैं, जब यही नौजवान कालेजों से निकलेंगे तो समाज और देश को झेलना मुश्किल हो जाएगा. हमारी राष्ट्रीय रचनात्मकता और उत्पादकता की धार को भोथरा करने का प्रोजेक्ट का नाम है यूनिवर्सिटी सिस्टम. भारतीय यूनिवर्सिटी में गाइड भले न मिले मगर गाइडलाइन्स ज़रूर मिलेगी. सबके पास गाइडलाइन्स हैं मगर किसी के पास लाइन लेंथ नहीं है. हिन्दी में गाइडलाइन को दिशानिर्देश कहते हैं. दिशार्निदेश जारी तो किए जाते हैं मगर वे किसी दिशा में नज़र नहीं आते हैं.