लाखों की संख्या में बैंक कर्मचारी अपनी सैलरी और काम करने के हालात में बेहतरी के इंतज़ार में हैं. उनका कहना है कि हर सेक्टर में सातवां वेतन आयोग लागू हो गया और बैंकिंग सेक्टर में सैलरी नहीं बढ़ रही है. सैंकड़ों की संख्या में बैंक कर्मचारियों ने हमें अपनी समस्या लिख भेजी है. इन शिकायतों को पढ़ते हुए बैकिंग व्यवस्था के भीतर का जो चेहरा दिखा है वह भयावह है. आने वाले किसी भयावह संकट की तरफ इशारा करता है. दिक्कत है कि ये कर्मचारी खुद नहीं बोल सकते वरना वे सरकार के निशाने पर आ जाते हैं मगर इनकी बातों में जो बात है, उसे तो सबसे पहले सरकार को ही जानना चाहिए. कहीं ऐसा न हो बहुत देर हो जाए. हमने अपनी तरफ से पुष्टि नहीं कर रहे हैं, इसलिए बैंक का नाम नहीं ले रहे है मगर सैंकड़ों पत्र पढ़ने के बाद हमें लगता है कि इसे फीडबैक के तौर पर सरकार को दिया जाना चाहिए.