वाट्सएप ने इस हफ्ते कई भारतीयों को कहा है कि एक इजरायली 'स्पाइवेयर' ने वाट्सएप के जरिए उनकी जासूसी की है. इनमें भारतीय पत्रकार, एक्टिविस्ट शामिल हैं. इनकी जासूसी मई के महीने में की गई है. मंगलवार को ही वाट्सएप की पैरेंट कंपनी फेसबुक की ओर से इजरायल की साइबर सिक्योरिटी कंपनी एनएसओ पर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है कि उसने वाट्सएप के सर्वर का इस्तेमाल कर 1400 वाट्सएप यूजरों को यह मॉलवेयर फैलाया है जिसकी जरिए उसने जासूरी की है. ऐसे में सवाल उठता है कि एंड टू एंड इनक्रिप्शन के बावजूद आपका वाट्सएप हैक हो सकता है?