12 अगस्त 2020 को बेंगलुरु में हुई हिंसा और पुलिस स्टेशन में आगजनी के मामले में 49 लोगों को पर यूएपीए की धारा लगा दी गई. जिनमें से एक 65 साल के रिटायर सरकारी कर्मचारी हैं. इनकी पत्नी का कहना है कि उम्र की वजह से इनके हाथ कांपते हैं, लेकिन एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक एक इनोवा कार पर पेट्रोल पर डालकर जलाने का आरोप है. पुलिस ने इसी इनोवा कार को जलाने के लिए चार लोगों का नाम लिया था. इनके वकील का कहना है कि इन बुजुर्ग को नागरिकता कानून का विरोध करने और प्रदर्शनों में हिस्सा लेने पर फंसाया गया है.