गुजरात के मोरबी में हुए हादसे के बाद हमारे सहयोगी अंकित त्यागी ने सिविल अस्पताल का सच दिखाया था. अपनी रिपोर्टिंग के दौरान उन्होंने पीएम के आने से पहले अस्पताल में रंग रोगन और नया वाटर कूलर लगाने की खबरें दिखाई थीं. शायद प्रशासन को रिपोर्टिंग ठीक नहीं लगी. इसके बाद गुजरात पुलिस ने उन्हें बाहर जाने के लिए कहा.