कोटा में इस साल अब तक 22 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं. तनाव के कारण आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सरकार की तरफ से 'स्माइलिंग कोटा' अभियान चलाया जा रहा है जिससे उनके तनाव कम हो सके. प्रशासन की तरफ से हर संडे को फन डे बनाने की व्यवस्था की गई है.