नोबेल लॉरियट अभिजीत बनर्जी ने शुक्रवार को फिर कहा कि बैंकों का संकट चिन्ता में डालने वाला है. हमें सतर्क रहने की ज़रूरत है. एक दिन बैंक सही रहता है और दूसरे दिन संकट में आ जाता है. काफी डरावना है. अभिजीत बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. पीयूष गोयल ने अभिजीत बनर्जी को वामपंथी कहा था लेकिन पीएम ने कभी तो कहा नहीं कि वे किसी वामपंथी से नहीं मिलेंगे. इसलिए मुलाकात अच्छी रही. जर्मनी के सेंट्रल बैंक ने कहा है कि जर्मनी मंदी की चपेट में आ चुका है. कंसलटेंसी फर्म मैकिंज़ी एंड कंपनी की बैंकों पर एक रिपोर्ट आई है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के 60 प्रतिशत बैंक मंदी का सामना नहीं कर पाएंगे. मैकिंजी ने कहा है कि बैंकों को विलय के रास्ते पर जाना चाहिए और टेक्नोलॉजी में निवेश करना चाहिए. कई कारणों से ज़्यादातर बैंक संकट में है. छोटे बैंक नहीं बच पाएंगे. खबर आ रही है कि इस बार कर संग्रह में 2 लाख करोड़ की कमी आ सकती है. हर तरह के कर संग्रह में कमी आई है. आयकर संग्रह में भारी कमी आई है. भारत का तेल आयात तीन साल में सबसे कम रहा है. पाज़िटिव स्टोरी यह है कि बाबा लोगों के पास 600 करोड़ की संपत्ति है. जब बैंक नहीं होंगे तो यही बाबा खुद को बैंक घोषित कर देंगे. देशहित में कोई कुछ भी कर सकता है. ब्रेक भी ले सकता है.