नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी भी टेलीथॉन #HungerFreeIndia से जुड़े. उन्होंने कहा, "लाखों बच्चे संलग्न नहीं हैं. और अगर वे संलग्न नहीं हैं, तो यह स्पष्ट नहीं है कि कैसे किसी कल्याणकारी प्रणाली द्वारा उनके लिए कुछ हो पाएगा. गैर-सरकारी संगठनों का एक समूह है जो बच्चों को बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पैसे की कमी उनके काम में बाधक बनी है.'