- हर्षिल घाटी में यमुना नदी के पास बनी कृत्रिम झील लगातार विकराल रूप ले रही है, जिससे चिंता बढ़ गई है.
- इस झील में डूबने से चार मंजिला कालिंदी होटल की तीन मंजिलें और पुलिस चौकी का एक मंजिल पानी में डूब चुका है.
- स्थानीय लोगों ने 5 ब्लास्टिंग के बावजूद झील के जलस्तर में केवल 1 मीटर की कमी होने पर विरोध जताया है.
धराली हादसे के बाद उत्तरकाशी के हर्षिल घाटी में बनी कृत्रिम झील (Harshil Artificial Lake) लोगों की चिंता बढ़ा रही है. यमुना नदी में स्यानाचट्टी के पास बनी यह कृत्रिम झील लगातार विकराल रूप लेती जा रही है. इस झील की जद में आकर चार मंजिला कालिंदी होटल की तीन मंजिलें पानी में डूब गई है. पास में बनी पुलिस चौकी का एक मंजिल भी पानी में डूब गया है. यह झील 'वॉटर बम' बनती जा रही है. जिससे स्यानाचट्टी के लोगों में आक्रोश गहराता जा रहा है. शुक्रवार को स्यानाचट्टी के स्थानीय लोगों ने पानी में उतरकर प्रदर्शन किया.
5 ब्लास्टिंग के बाद भी मात्र एक मीटर घटा पानी
यमुना नदी में बनी अस्थाई झील में डूबा मोटर पुल के करीब पहुंचे पीड़ित ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. लोगों ने बताया कि सुबह से पांच ब्लास्टिंग के बाद भी महज एक मीटर ही झील का जलस्तर घटा है. स्यानाचट्टी की स्थिति सामान्य न होने पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा है.
स्थानीय महिला-पुरुष भी पानी में उतरे
स्थानीय युवकों के साथ महिलाएं भी विरोध में झील के पानी में उतरीं. पुलिस जवानों द्वारा प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई. मौके पर डीएम, एसपी, विधायक सहित दर्जनों अधिकारी भी मौजूद नजर आए. मालूम हो कि स्यानाचट्टी में यमुनोत्री जाने वाले श्रद्धालु भी जिस पुल से होकर गुजरते थे, वह पुल भी कृत्रिम झील की वजह से पानी में पूरी तरह से डूब चुका है.
झील टूटी तो मचेगी भारी तबाही
स्यानाचट्टी सरकारी स्कूल की एक मंजिल पानी में पूरी डूब गई है. सभी सरकारी कागज भी पानी में नष्ट हो गए हैं. लोगों का कहना है कि झील से पानी निकाला जाना बहुत जरूरी है. क्योंकि झील टूटी तो यमुना नदी के पानी का वेग बढ़ जाएगा, जिससे तटीय क्षेत्रों में बड़ी तबाही मच सकती है.
हर्षिल घाटी से नितिन चौहान की रिपोर्ट