उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव(गृह) संजय प्रसाद ने सोमवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि कांवड़ यात्रा की तैयारियों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए और वे सुनिश्चित करें कि यह यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो. उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कावड़ यात्रा में 12 फीट या इससे लंबे भाले, त्रिशूल लेकर श्रद्धालु नहीं चले. कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विजय कुमार के साथ संजय प्रसाद ने सोमवार को कांवड़ यात्रा कह तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की.
प्रसाद ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया के जरिये प्रसारित की जाने वाली अफवाहों पर नजर रखी जाए और इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि डीजे पर अशोभनीय गाना न बजे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए. प्रमुख सचिव ने आपराधिक तत्वों पर पैनी नजर रखने के साथ ही कांवड़ यात्रा को प्लास्टिक मुक्त बनाने का निर्देश दिया. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पश्चिम उत्तर प्रदेश को पांच जोन में बांटा गया है.
उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान कावंड़ मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ सफाई-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द यहां पर कावंड़ यात्रा शुरू होने वाली है. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अच्छी तैयारी होनी चाहिए. इसके लिए मुख्यमंत्री जी ने मुझे और डीजीपी साहब को विशेष तौर पर आप लोगों के बीच भेजा है. यह सुनिश्चित हो कि कांवड़ यात्रा बिल्कुल शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न की जाए और 30 जून से पूर्व कांवड़ यात्रा के सभी मार्ग को दुरुस्त किया जाए.
प्रसाद ने कहा कि कहीं पर गड्ढे न हों, प्रत्येक पांच किलोमीटर पर चिकित्सा की सुविधा हो, शिविर सड़क से हटकर लगे और सभी प्रमुख स्थानों पर खोया पाया शिविर भी लगाया जाए. उन्होंने कहा कि शिविर बाईं तरफ व सड़क से 20 फीट अंदर लगाये जायेंगे.इससे पहले डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि कांवड़ मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना है. कांवड़ मार्ग पर ऐसी व्यवस्था करनी है कि किसी तरह की घटना ना घटित होने पाए.