यूपी : पासा पलट सकते हैं गैर यादव OBC वोट, अपने पाले में करने की जुगत में BJP और SP

यूपी में यह माना जा रहा है कि मौजूदा हालात में ज्यादात्तर यादव वोट अखिलेश यादव को मिलेगा. इसलिए सबसे बड़ी लड़ाई गैर यादव पिछड़े वोट के लिए हैं. सियासी विश्लेषण के मुताबिक, यूपी में पिछड़ा वोट 42 से 45 फीसदी है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
लखनऊ:

यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा और समाजवादी पार्टी में पूर्वांचल के गैर यादव ओबीसी वोटों के लिए जंग छिड़ गई है. भाजपा ने लखनऊ में पिछड़ी जातियों के 27 सम्मेलनों की एक सीरीज शुरु की है. और अखिलेश यादव राजभरों के नेता ओम प्रकाश राजभर के साथ बुधवार को मऊ में बड़ी रैली करेंगे. पिछड़ी जातियों की दो पार्टियों से उनका चुनावी गठबंधन भी हो गया है. लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भाजपा के पिछड़ी जातियों के सम्मेलन चल रहे हैं. ऐसे 27 सम्मेलन पार्टी को करने हैं. आज लोध जाति का सम्मेलन था. जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सरकार ने अवंतीबाई लोधी के नाम पर पीएसी की एक महिला बटालियन का नाम और एक मेडिकल कॉलेज का नाम उन पर रखा जाएगा. साथ ही कल्याण सिंह के नाम पर बुलंदशहर मेडिकल कॉलेज का नाम और लखनऊ में कैंसर अस्पताल का नाम रखा जाएगा. 

सीएम योगी ने कहा, 'विपक्षी दलों का कोई नेता ऐसा नहीं जिसने 6 दिसंबर 1992 को बाबू जी को कोसा ना हो. कटघरे में ना खड़ा किया हो. और पूरी मजबूती के साथ उस समय भी खड़े रहे बाबूजी. उन्होंने कहा था कि कोई जिम्मेदारी तय होती है तो कल्याण सिंह के ऊपर होनी चाहिए. कल्याण सिंह इस जिम्मेदारी को लेने को तैयार हैं.'

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राजभर समाज के नेता ओम प्रकाश अपने समाज की बड़ी-बड़ी रैलियां कर रहे हैं. अब उनकी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो गया है. पूर्वी यूपी के मऊ में दोनों दलों की बुधवार साझा रैली है, जिसे अखिलेश यादव और ओम प्रकाश राजभर दोनों संबोधित करेंगे. रैली की तैयारियां जोरो पे हैं. 

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सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'बुधवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 19वें स्थापना दिवस के अवसर पर वंचित, पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक महापंचायत है. प्रदेश की जनता ने कहा है कि समाजवादी पार्टी से समझौता कर लो तो समाजवादी पार्टी से समझौता हो गया. अब यहां मुख्य अतिथि माननीय अखिलेश यादव जी बुधवार को होंगे.'

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यूपी में यह माना जा रहा है कि मौजूदा हालात में ज्यादात्तर यादव वोट अखिलेश यादव को मिलेगा. इसलिए सबसे बड़ी लड़ाई गैर यादव पिछड़े वोट के लिए हैं. सियासी विश्लेषण के मुताबिक, यूपी में पिछड़ा वोट 42 से 45 फीसदी है. पिछड़ों में यादव वोट 9 फीसद से ज्यादा है. गैर यादव ओबीसी वोट 32 से 35 फीसदी है, जिनमें कुर्मी(5 फीसदी), राजभर (4फीसदी), निषाद (4 फीसदी), लोध (3.5 फीसदी), मौर्या/कुशवाहा(6 फीसदी) की अहमियत बहुत बढ़ जाती है. पिछड़ों में मौर्या लोगों की पार्टी महान दल से भी समाजवादी पार्टी का चुनावी गठबंधन हुआ है. यहीं नहीं बसपा के दो बहुत बड़े कुर्मी और राजभर नेता लालजी वर्मा और रामचल राजभर सोमवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं. इनके साथ 7 नवंबर को अखिलेश यादव अंबेडकर नगर में बड़ी रैली करेंगे.

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सपा में आए बसपा विधायक लालजी वर्मा ने कहा है, '7 नवंबर को अंबेडकरनगर जिले में अकबरपुर में भानूमति पीजी कॉलेज के मैदान में एक अपने समर्थकों का और सत्ता परिवर्तन करने वाली चाहत रखने वाले लोगों के लिए एक सत्ता परिवर्तन जनादेश रैली का आयोजन किया गया है.'

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