- उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के गन्ने के खेतों में बाघ के हमलों से ग्रामीणों में भय व्याप्त है, जिससे वे समूह में और हथियार लेकर खेत जाते हैं।
- न्यूरिया थाना क्षेत्र के बिथरा मडरिया गांव में एक बाघ के हमले में 50 वर्षीय महिला तृष्णा की मौत हो गई।
- सहजनिया गांव में एक अन्य बाघ ने 50 वर्षीय मीना पर हमला किया, जिसे ग्रामीणों की मदद से बचाया गया, पर वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के गांवों में गन्ने के खेतों में अजीब सी दहशत फैली हुई है. यह दहशत इतनी गहरी है कि लोग अब खेतों में लाठी-डंडों के साथ और समूह में जा रहे हैं. इस डर की वजह है खूंखार बाघ, जो ग्रामीणों को निशाना बना रहा है. यहां एक ही सुबह दो अलग-अलग गांवों में तीन घंटे के अंदर दो बाघों ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया, जिसमें एक महिला की मृत्यु हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए.
न्यूरिया थाना क्षेत्र के गांव बिथरा मडरिया में बाघ ने 50 वर्षीय महिला तृष्णा को मार डाला. उसका क्षत विक्षत शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ. अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के कुछ मिनट पहले इसी गांव में 20 वर्षीय निलेश पर भी बाघ ने हमला किया था, लेकिन उसके दोस्त हरिवंश ने बाघ से भिड़कर उसकी जान बचा ली.
हाइलाइट्स
- खेत पर भिंडी तोड़ने गई महिला को बाघ ने बनाया निवाला
- बाघ ने हमला कर मौके पर महिला को उतारा मौत के घाट
- शोर शराबे के बाद बाघ के जबड़े से महिला के छुड़वाया गया
- चार दिन में बाघ का दूसरा हमला 2 महीने 7 लोगों की गई जान
- बाघ के हमलों में लगातार जान गवा रहे लोग फैलाई दहशत
- वन विभाग की लापरवाही से बाघ के ताबड़तोड़ हमलों से दहशत
- चार दिन पूर्व बाघ के हमले में मौत के बाबजूद बाघ नहीं पकड़ा
- थाना न्यूरिया क्षेत्र के सेजना गांव के बाहर खेतो का मामला
खेत में महिला पर बाघ से किया हमला
मंडरिया गांव से पूर्व सहजनिया और अनवरगंज गांवों में एक अन्य बाघ को देखा गया. सुबह करीब छह बजे बाघ ने सहजनिया गांव निवासी मीना (50) पर उस समय हमला कर दिया जब वह खेत जा रही थी.
अधिकारियों ने बताया कि गन्ने के खेत से निकले बाघ ने महिला को दबोच लिया और करीब 20 मीटर तक खींचकर ले गया, लेकिन ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ महिला को छोड़कर भाग गया. हमले से मीना गंभीर रूप से घायल हो गईं. उन्हें और नितेश का उपचार सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है.
बाघ की गहन निगरानी करने का निर्देश दिया
पीलीभीत के जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने भारी पुलिस बल के साथ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया. उन्होंने आबादी वाले क्षेत्र में बाघ और मानव के बीच संघर्ष की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए वन विभाग के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्र में आदमखोर बाघ की गहन निगरानी करने का निर्देश दिया.
सामाजिक वानिकी प्रभाग के डीएफओ भरत कुमार डीके ने बताया कि बाघ पर टीमें सक्रियता के साथ नजर रख रही हैं तथा रेंजर शेर सिंह के निर्देशन में प्रभावित क्षेत्र में निगरानी की जा रही है. बाघ को पकड़ने के प्रयास जारी है.