उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) से कुछ महीनों पहले सियासी खींचतान किस ओर इशारा कर रही है, यह सवाल सभी के जेहन में बना हुआ है. सियासी बिसात में सत्ता पर काबिज होने का गणित शुरू हो चुका है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने अपनी मंशा साफ कर सत्ता के गलियारों में हलचल पैदा कर दी है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर भी हमला बोला. राजभर ने ट्वीट किया, 'भाजपा डूबती हुई नैया है, जिसको इनके रथ पर सवार होना है, हो जाये पर हम सवार नहीं होंगे. जब चुनाव नजदीक आता है, तब इनको पिछड़ों की याद आती है, जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते हैं. हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किये थे, साढ़े चार साल बीत गया, एक भी काम पूरा नहीं हुआ.'
NDTV ने जब ओम प्रकाश राजभर से पूछा कि उनका कहना है कि बीजेपी डूबती हुई नैया है, यह अब डूबना शुरू हुई है आपके हिसाब से या पहले ही हो गई थी क्योंकि मुख्यमंत्री तो पिछले 4.5 साल से है. अगर आप अब नाराज हो रहे हैं तो सवाल तो आपसे भी पूछे जाएंगे. जवाब में उन्होंने कहा, 'आपत्ति तो मैं उसी दिन से किया, जिस दिन ये (योगी आदित्यनाथ) शपथ लिए थे. ये बात मैंने अमित शाह जी से भी कहा. उस समय प्रभारी माथुर जी, बंसल जी से भी मैंने आपत्ति दर्ज कराई थी कि 325 विधायक जीत कर आए तो क्या इनमें से कोई लायक नहीं है, जबकि केशव मौर्या के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया. पूरा पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक वोट दिया और 325 में से आप किसी को भी लायक नहीं समझे. आपने बाहर से लाकर CM बना दिया, तो हमारा उसी समय से विरोध चल रहा है.'
उन्होंने कहा, 'हम कई मुद्दों को लेकर इनके पास गए थे. जब इन्होंने दो साल में कुछ नहीं किया तो मैंने इनका साथ छोड़ दिया. मैंने भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया. इस मोर्चा में हमने 10 दलों को इकट्ठा किया. हम लोगों की स्पष्ट नीति है कि उत्तर प्रदेश में घरेलू बिजली का बिल माफ किया जाए. जब दिल्ली में केजरीवाल कर सकते हैं तो यूपी में योगी जी क्यों नहीं कर रहे हैं, इस बात का झगड़ा हमारा इनसे था.' राजभर ने आगे कहा, 'जो बीजेपी ये कहती थी कि हम जातिवाद नहीं करते, आज दिल्ली में जो बैठकें हो रही हैं, तो ये क्या हो रहा है. एक-एक आदमी, एक-एक जाति को जोड़ने की वहां कवायदें हो रही हैं.'
राजभर ने आगे कहा, 'थाने की पोस्टिंग में जातिवाद नहीं दिखता है इनको. यूपी में 826 ब्लॉक हैं, आप वहां पोस्टिंग करते हो तो वहां जातिवाद नहीं दिखता है. ताजा मामला है कि बांदा में कृषि विभाग में 15 नियुक्ति हुई हैं. 15 में से 11 नियुक्ति ठाकुर बिरादरी का हुआ है, क्या ये जातिवाद नहीं है. कोई भी भर्ती उठाकर देख लीजिए. 75 जिले हैं, 40 डीएम ठाकुर हैं. अगर हम बोलते हैं तो लोग कहते हैं कि जातिवाद पर बोलते हैं, आप करते हो तो जातिवाद दिखाई नहीं देता है. क्या इनके कैबिनेट में जातिवाद नहीं है, वो कौन सी मेरिट है. जातियों के आधार पर मंत्री बनाए गए हैं, जातियों के आधार पर टिकट दिए जाते हैं, जातियों के आधार पर मुख्यमंत्री बनाए गए हैं.'
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बताते चलें कि यूपी की सियासी हलचल की खबरों के बीच CM योगी आदित्यनाथ गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली दौरे पर थे. कल उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की थी. आज वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मिले थे.
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