'होली पर बाहर निकलना ही है तो रंग से परहेज न करें. संभल में हमारे पुलिस अधिकारी (सीओ अनुज चौधरी) ने यही बात समझाई. हमारा वह पुलिस अधिकारी पहलवान रहा है. अर्जुन अवॉर्डी रहा है. पूर्व ओलिंपियन है. पहलवान की बात है तो, पहलवान की तरह बोलेगा तो कुछ लोगों को बुरा लगता है.'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बात 'होली-जुमे' बयान पर घिरे संभल के चर्चित पहलवान सीओ अनुज चौधरी के बचाव में कही थी. यूपी पुलिस में कितने ही सीओ आए गए होंगे, लेकिन जिसका नाम खुद सीएम की जबान पर रहा हो, जाहिर है उसका अचानक ट्रांसफर हो जाए तो चर्चा तो होगी ही. बता दें सीओ चौधरी को अपने बयान को लेकर जांच का सामना करना पड़ा है. उन्हें क्लीन चिट मिली थी, हालांकि बाद में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर की शिकायत पर फाइल फिर से खुल गई. क्या सीओ अनुज चौधरी का ट्रांसफर महज रूटीन ट्रांसफर है या फिर उनका कद बढ़ा या घटा है, समझिए
संभल पुलिस में क्या फेरबदल हुए हैं
यूपी के संभल जिले में पुलिस प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल हुआ. पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने 3 सर्किलों में क्षेत्राधिकारी (सीओ) स्तर पर तबादले करते हुए नए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी. संभल सर्किल के प्रभारी सीओ अनुज चौधरी का तबादला कर उन्हें चंदौसी सर्किल की कमान सौंपी गई. वर्तमान में सहायक पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत आईपीएस अधिकारी आलोक भाटी को संभल सर्किल का नया सीओ बनाया गया है. जहां तक सीओ चौधरी की बात है तो उनका जिला ट्रांसफर नहीं हुआ है. उनका बस सर्कल भर बदला गया है. अभी तक उनके पास संभल तहसील का जिम्मा था. अब उन्हें 20 किलोमीटर दूर चंदौसी सर्किल की कमान सौंपी गई है. प्रशासनिक स्तर पर देखें तो दोनों तहसीलों की अहमियत समान है.
संभल पुलिस में क्या-क्या इधर-उधर
- संभल सीओ अनुज चौधरी समेत तीन सर्किलों के बदले गए सीओ
- आलोक सिद्धू को बहजोई सर्किल का नया प्रभारी बनाया गया है.
- सर्किल के पूर्व सीओ डॉ. प्रदीप कुमार अब सीओ ट्रैफिक की जिम्मेदारी संभालेंगे.
- वर्तमान यातायात सीओ संतोष कुमार सिंह को यूपी डायल 112 की कमान सौंपी गई.
अनुज चौधरी को लेकर विवाद क्या था
होली से पहले सीओ अनुज चौधरी ने रंगों से असहज महसूस करने वालों को होली के दिन घर से बाहर न निकलने की नसीहत दी थी. सीओ चौधरी ने कहा था कि इस बार होली शुक्रवार को पड़ रही है और इसी दिन जुमे की नमाज भी होती है. होली एक ऐसा त्योहार है, जो साल में एक बार आता है, जबकि शुक्रवार की नमाज साल में 52 बार होती है. होली के रंगों से अगर किसी को असहजता है, तो उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. इस बयान के बाद वह काफी चर्चा में रहे थे.