अदाणी फाउंडेशन की वजह से कई घरों में अब बिजली बिल नाम मात्र का आ रहा है.
हर महीने जब आपके हाथ में बिजली का बिल आता है, तब आप सोचते होंगे कि इस बार भी ख़र्च बढ़ गया, लेकिन अमेठी के टिकरिया इलाक़े के गांववाले अब इस चिंता से मुक्त हो गए हैं. अगर आप सोच रहे हैं कि ये कैसे हुआ तो बता दें कि ये कमाल है प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना और अदाणी फाउंडेशन की पहल का. इस योजना के तहत गांववालों के घरों पर सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिससे उनकी बिजली का ख़र्च लगभग ना के बराबर रह गया है.
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना क्या है
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत सरकार लोगों से अपने घरों में सोलर प्लांट लगाने की अपील कर रही है. सरकार का कहना है कि लोग पूरी तरह से बिजली की आपूर्ति पर निर्भर रहते हैं, लेकिन ये सोलर प्लांट लगा लेने से लोगों की बिजली पर निर्भरता पर कम होगी और उनकी जरूरत की जो बिजली है, वो इस सोलर प्लांट से मिल सकेगी. इसमें सरकार आर्थिक तौर पर भी लोगों की मदद कर रही है. उदाहरण के तौर पर आपके घर में दो किलो वॉट का कनेक्शन है और आपका 1200 से 1500 रुपये का बिजली बिल आता है और आप ये सोलर प्लांट लगाते हैं तो इसकी लागत लगभग एक लाख 30 हजार रुपये आएगी. इसे लगाने पर सरकार लगभग 93 हजार रुपये की सब्सिडी दे देती है. वहीं अगर अदाणी फाउंडेशन जैसी कोई संस्था आपके पास है तो वो अपने सीएसआर फंड से 15,000 रुपये की मदद कर देगी. इसके बाद सोलर पैनल लगाने में आपकी कुल लागत 22,000 रुपये आती है. अगर हर महीने की बचत की बात करें तो फिक्स चार्ज के अलावा और कोई चार्ज फिर आपको नहीं देना पड़ेगा. यानी की महीने के 1500 रुपये की जगह फिक्स चार्ज के रूप में करीब 150-200 रुपये का बिल ही आएगा.
अदाणी फाउंडेशन कैसे कर रहा मदद
रघुपुर के लाभार्थी अविनाश चंद ने बताया कि अदाणी फाउंडेशन के साथियों ने हमारे ग्राम सभा में सबको घर-घर जाकर प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना और अदाणी फाउंडेशन की पहल के बारे में बताया. यहां अविनाश चंद्र जैसे एक दो नहीं, बल्कि दर्जनों लोग इस योजना के लाभार्थी हैं. ये लोग बताते हैं कि अदाणी समूह के सीमेंट प्लांट एसीसी की फैक्ट्री के सीएसआर फंड से हर लाभार्थी को 15 हज़ार रुपये की मदद से ये संभव हो पाया है. पहले तो लोगों को पता ही नहीं था कि पीएम सूर्य घर योजना से उन्हें क्या फ़ायदा हो सकता है, फिर अदाणी फाउंडेशन ने घर-घर जाकर लोगों को इसके फायदे गिनाये तो उन्होंने योजना का लाभ उठाना शुरू किया. फ़िलहाल अदाणी फ़ाउंडेशन ने आस-पास के गांवों के 90 घरों में सोलर पैनल लगाए हैं. योजना के लाभार्थी नरेंद्र बहादुर सिंह और विकास चंद्र ने बताया कि इससे उन्हें काफी फायदा हुआ है.
सोलर पैनल लगाने में आने वाला खर्च
- एक किलोवॉट कनेक्शन का ख़र्च 60-65 हज़ार रुपये है.
- तीन किलोवॉट का कनेक्शन लेने पर लगभग 1.85 लाख ख़र्च आएगा.
- इसमें अधिकतम 1.08 लाख रुपये सब्सिडी सरकार दे देगी.
- बाक़ी पैसों पर आसानी से बैंक लोन मिल जाएगा.
- तीन किलोवॉट का औसत मासिक बिल 2000-2500 रुपये आता है.
- तीन किलोवॉट का फिक्स चार्ज लगभग 500 रुपये है.
- यानी सोलर प्लांट लगवाने पर महीने में औसतन डेढ़-दो हज़ार रुपये बच सकते हैं.
एसीसी सीमेंट के यूनिट हेड राजमल शर्मा ने बताया कि इस साल हमने लगभग 100 घरों को सोनल पैनल में कनवर्ट किया है. लोगों का फीडबैक बहुत ही अच्छा है. सोलर पैनल लगने के बाद कुछ घरों का बिजली बिल तो निगेटिव में भी चल रहा है. हम पहले एक पंचायत को फिर धीरे-धीरे पूरे जिले में सोलर पैनल लगाने का काम करेंगे.
अदाणी फाउंडेशन की वजह से अमेठी का अन्नी बैजल गांव ज़िले में सोलर गांव के नाम से चर्चित हो गया है. गांव के ग्राम प्रधान बताते हैं कि शुरू में लोगों को इसका फायदा समझ नहीं आ रहा था, लेकिन अब लोग ख़ुद इसकी मांग कर रहे हैं. ग्राम प्रधान देवब्रत सिंह बताते हैं कि अब तक 90 घरों में सोनल पैनल लग गए हैं. अदाणी फाउंडेशन की टीम के साथ मिलकर हमने प्रयास किया कि ज्यादा से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लग जाए.
पीएम सूर्य घर योजना और अदाणी फाउंडेशन की पहल में अमेठी के सीडीओ सूरज पटेल ने भी दिल खोलकर मदद दी है. वो बताते हैं कि अदाणी फाउंडेशन की तरफ से हमें इस योजना में बहुत सहयोग मिला है. सबसे बड़ा सहयोग तो यही है कि लोगों को जागरूक करना कि वो इस योजना का लाभ उठाने के लिए तैयार हो सकें.