उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मिर्जापुर जिले (Mirzapur) के लालगंज क्षेत्र में कोरोनावायरस रोधी टीका (Coronavirus Vaccine) लगवाने के दो दिन बाद एक मजदूर की मौत हो गई, लेकिन चिकित्सकों को मौत का टीकाकरण से कोई संबंध नहीं मिला है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पी. डी. गुप्ता ने बृहस्पतिवार को बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में 38 वर्षीय लालमणि की मौत का कारण ‘ब्रेन हेमरेज' पाया गया है. डॉक्टर गुप्ता ने यह भी कहा कि व्यक्ति के लिवर (जिगर) और प्लीहा में अत्यधिक सूजन मिली है.
लालमणि लालगंज थाना क्षेत्र के बहुती बसईटा गांव का निवासी था. उसे लालगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार को COVID-19 रोधी टीका लगाया गया था.
मुंबई : कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के बाद भी 10 हेल्थवर्कर संक्रमित, डॉक्टरों ने कही यह बात
उसकी पत्नी मीरा का आरोप है कि टीका लगवाने के बाद उसने शरीर में दर्द और सुस्ती की शिकायत की थी और बुधवार सुबह स्थिति बिगड़ने पर उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने कहा कि वहां उसे दवा दी गई, जिसके बाद उल्टी हुई और फिर उसकी मौत हो गई.
मां को दी गई थी वैक्सीन, कोरोनावायरस के एन्टीबॉडीज़ के साथ पैदा हुई दुनिया की पहली बच्ची : डॉक्टर
मीरा के आरोपों के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया और उसी रात इसकी रिपोर्ट भी आ गई. सीएमओ ने कहा कि पोस्टमॉर्टम करने वाले चिकित्सकों की राय है कि मस्तिष्क में अत्यधिक रक्तस्राव के कारण मौत हुई.
VIDEO: नहीं टला है कोरोना का खतरा, लापरवाही से बढ़ेगी मुश्किल