ससुर मुलायम की सीट पर आमने-सामने होंगी दो बहुएं? क्या डिंपल के खिलाफ उतरेंगी अपर्णा यादव

मैनपुरी लोकसभा सीट के अलावा पांच विधानसभा सीटों पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होंगे.

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अपर्णा ने इस साल 19 जनवरी को दिल्ली में भाजपा का दामन थामा था.
लखनऊ:

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनकी लोकसभा सीट मैनपुरी पर हो रहे उपचुनाव पर समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, अटकलें लगाई जा रही है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुलायम सिंह यादव के बेटे प्रतीक की पत्नी अपर्णा को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. 

अपर्णा यादव की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाक़ात के बाद अटकलों ने ज़ोर पकड़ा है. यह मुलाकात गुरुवार शाम को हुई थी. अपर्णा यादव ने ट्वीट कर खुद यह जानकारी दी.  हालांकि, अपर्णा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी के बीच क्या बातचीत हुई इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है. 

सीएम योगी की अध्यक्षता में शनिवार को प्रदेश बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक होगी. इस बैठक में मैनपुरी के लिए उम्मीदवार के नाम पर चर्चा होगी. हालांकि, नाम पर मुहर दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति लगाएगी.

ससुर मुलायम सिंह की सीट मैनपुरी से लोकसभा उपचुनाव लड़ेंगी डिंपल यादव

हालांकि, सूत्रों की मानें तो अपर्णा यादव के नाम पर चर्चा नहीं है. बल्कि वहां पिछली बार चुनाव मैदान में उतरे प्रेम सिंह शाक्य के नाम पर चर्चा है.

अपर्णा ने इस साल 19 जनवरी को दिल्ली में भाजपा का दामन थामा था. अपर्णा मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी से उनके बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं.

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मैनपुरी सीट से डिंपल की उम्मीदवारी को ससुर मुलायम सिंह यादव की विरासत को आगे बढ़ाने के सपा के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. साथ ही इसे सपा कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की कोशिश भी मानी जा रही है. डिंपल यादव 2012 और 2014 में कन्नौज सीट से सांसद रह चुकी हैं.

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डिंपल यादव साल 2009 में फिरोजाबाद से राज बब्बर और 2019 में कन्नौज से भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक के खिलाफ लोकसभा उपचुनाव हार गई थीं. अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने और उनके उत्तर प्रदेश विधान परिषद में प्रवेश करने के लिए सीट से इस्तीफा देने के बाद 2012 में वह कन्नौज निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्विरोध चुनी गई थीं.

मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं जिनमें मैनपुरी, भोगांव, किशनी, करहल और जसवंत नगर शामिल हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव में जहां समाजवादी पार्टी ने तीन सीटें जीती थी वहीं भाजपा को दो सीटें मिलीं थी.

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मैनपुरी लोकसभा सीट के अलावा पांच विधानसभा सीटों पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होंगे.

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