नदियों के किनारे तेजी से बढ़ रहे हैं गॉलब्लैडर कैंसर के मामले, कम पकी मछली खाना भी हो सकता है कारण

टाटा कैंसर सेंटर के डायरेक्टर बडवे ने बताया कि 4 साल में इस सेंटर में 74000 कैंसर मरीजों को उपचार मिल सका है. कैंसर किस तेजी से फैल रहा है, इसका अनुमान इससे लगाते हैं कि 2018 में जहां तकरीबन 6000 मरीज पंजीकृत हुए थे तो वहीं 2022 तक तकरीबन 21000 मरीज पंजीकृत किए गए हैं.

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कैंसर से बचने के लिए जागरुकता जरूरी
वाराणसी:

नदियों के किनारे गाल ब्लैडर के कैंसर तेजी से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. फिलहाल इसके कारणों पर रिसर्च हो रहा है. टाटा कैंसर सेंटर के डायरेक्टर मिस्टर बडवे बताते हैं कि ऐसे इलाके के लोगों को मछली खूब पका कर खानी चाहिए. इसके साथ ही पूर्वांचल में पुरुषों में मुंह का और महिलाओं में स्तन कैंसर तेजी से बढ़ रहा है. लिहाजा इस कैंसर से बचने का उपाय जागरूकता है.

बनारस के टाटा कैंसर अस्पताल के चौथे स्थापना दिवस के मौके पर बनारस आए टाटा कैंसर सेंटर के डायरेक्टर बडवे ने बताया कि 4 साल में इस सेंटर में 74000 कैंसर मरीजों को उपचार मिल सका है कैंसर किस तेजी से फैल रहा है इसका अनुमान इससे लगाते हैं कि 2018 में जहां तकरीबन 6000 मरीज पंजीकृत हुए थे तो वहीं 2022 तक तकरीबन 21000 मरीज पंजीकृत किए गए हैं.

सर्जरी में जहां 2018 में 478 मरीज की सर्जरी हुई थी तो वहीं 2022 में 12294 मरीजों की सर्जरी की गई. इसी तरीके से कीमोथेरेपी जहां दो हजार अट्ठारह में 6376 की गई थी तो वहीं 2022 में 56373 की गई रेडियो थेरपी में भी दो हजार अट्ठारह में 532 लोगों की की गई थी. जबकि साल 2022 में 3259 लोगों की हुई है. यह आंकड़े बताते हैं कि कैंसर के मामले किस तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.

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