- लखनऊ के चिनहट में टोयोटा कार एजेंसी के वर्कशॉप पर सुल्तानपुर के दबंगों ने सर्विसिंग को लेकर बवाल किया.
- शहाबुद्दीन और उसके भाई इरफान ने वर्कशॉप सुपरवाइजर प्रमोद से मारपीट की और पिस्टल तानकर धमकी दी.
- वर्कशॉप मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
यूपी की राजधानी लखनऊ के चिनहट में टोयोटा कार एजेंसी के वर्कशॉप पर सुल्तानपुर से अपनी फॉर्च्यूनर की सर्विसिंग कराने आए कुछ लोगों ने जमकर बवाल काटा. उन्होंने पहले सर्विसिंग को लेकर वर्कशॉप कर्मियों से गाली गलौज की, उसके बाद सुपरवाइजर के विरोध करने पर मारपीट की और पिस्टल तान दी. इस पूरे मामले का वीडियो वायरल हो रहा है. सुपरवाइजर ने इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत की. इसके बाद शहाबुद्दीन और उसके भाई इरफान को गिरफ्तार किया गया है.
'पहले मेरी कार सर्विस होगी, जानते नहीं हो मैं कौन हूं'
सुल्तानपुर के रहने वाले दबंग शहाबुद्दीन उसका भाई इरफान और उसके गुर्गे फॉर्च्यूनर कार की सर्विस कराने पहुंचे थे. तभी पहले से किसी दूसरी कार सर्विस कर रहे कर्मचारी को अपनी कार सर्विस के लिए बोला, जिसके बाद वर्कशॉप पर कर्मचारियों ने गाड़ी छोड़कर जाने को बोला. लेकिन शहाबुद्दीन दूसरी गाड़ी छोड़ तुरंत कार सर्विस के लिए दबाव बनाने लगा, जिसके बाद विवाद हुआ. एजेंसी वर्कशॉप सुपरवाइजर प्रमोद बीच बचाव करने आया तो उसके साथ शहाबुद्दीन, इरफान और उसके गुर्गों ने मारपीट की. शहाबुद्दीन ने सुपरवाइजर पर खुलेआम पिस्तौल तानकर बट से मारते हुए जान से मारने की धमकी भी दी.
आरोपी दोनों भाई गिरफ्तार
वर्कशॉप मैनेजर प्रमोद विश्वकर्मा ने पूरे मामले की शिकायत लखनऊ पुलिस से की. जिसके बाद लखनऊ के चिनहट थाना में शहाबुद्दीन और उसके भाई इरफान पर हत्या के प्रयास, मारपीट, जान से मारने की धमकी के मामले दर्ज किए गए. दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है.
खुद को बताया था सुल्तानपुर का माफिया
आरोपी शहाबुद्दीन और उसका भाई इरफान दोनों सुल्तानपुर के रहने वाले हैं, अक्सर लखनऊ आते रहते हैं. कार एजेंसी के वर्कशॉप पर पहले भी गाड़ी सर्विस का काम करा चुके हैं. कुछ दिन पहले भी एक गाड़ी की सर्विस यहां कराई थी, जो कि घटना से एक दिन पहले गाली गलौज करके ले गए थे. अगले दिन दूसरी गाड़ी सर्विस कराने को लेकर शहाबुद्दीन अपने भाई और गुर्गों के साथ आया था, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ. इस दौरान शहाबुद्दीन खुद को सुल्तानपुर का माफिया बता रहा था.