IIT कानपुर ने मेरे बेटे को निगल लिया, वह मेरा हीरा था... इंजीनियरिंग छात्र के शव मिलने पर छलका पिता का दर्द

पुलिस ने बताया कि वहां आत्महत्या से पहले लिखा गया कोई पत्र (सुसाइड नोट) बरामद नहीं हुआ है. पीड़ित छात्र ने कुछ दिन पहले अपने परिवार को बताया था कि वह दिसंबर में घर लौटेगा.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • आईआईटी कानपुर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष के छात्र धीरज को छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया था.
  • पुलिस ने बताया कि कमरे से दुर्गंध आने के बाद दरवाजा तोड़कर छात्र का शव पंखे से रस्सी से लटका हुआ मिला था.
  • मृतक छात्र ने आत्महत्या से पहले कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा था और परिवार को दिसंबर में लौटने की सूचना दी थी.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
कानपुर:

उत्तर प्रदेश में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के एक छात्र को उसके छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया. पुलिस ने बताया कि साथियों ने उसके बंद कमरे से दुर्गंध आने की जानकारी दी थी.

पुलिस को दी गयी जानकारी के अनुसार, हरियाणा निवासी धीरज सैनी (22) छात्रावास में अपने कमरा संख्या 123 से कई दिनों से बाहर नहीं निकला था. सहायक पुलिस आयुक्त (कल्याणपुर) रंजीत कुमार ने बताया कि उसके बंद कमरे से बुधवार को दुर्गंध आने पर साथियों ने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी, उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने बताया कि दरवाजा तोड़ने पर छात्र का शव पंखे से रस्सी के सहारे लटका पाया गया.

पुलिस ने बताया कि वहां आत्महत्या से पहले लिखा गया कोई पत्र (सुसाइड नोट) बरामद नहीं हुआ है. पीड़ित छात्र ने कुछ दिन पहले अपने परिवार को बताया था कि वह दिसंबर में घर लौटेगा.

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारण की पुष्टि संभव हो सकेगी.

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई शिकायत दर्ज कराई जाती है, तो आगे की जांच की जाएगी.'' धीरज के पिता सतीश सैनी मिठाई की एक दुकान चलाते हैं. सैनी ने पुलिस को बताया, ‘‘आईआईटी-कानपुर ने मेरे बेटे को निगल लिया. वह मेरा हीरा था. मैं बता नहीं सकता कि मैंने उसे पढ़ाने के लिए कितनी मेहनत की.''

उन्होंने बताया कि धीरज ने आखिरी बार कुछ दिन पहले ही अपनी बड़ी बहन से बात करके बताया था कि वह दिसंबर में घर आएगा और उसे मार्च तक ‘कैंपस प्लेसमेंट' के जरिये नौकरी मिलने की उम्मीद है. छात्रावास के साथियों के अनुसार, धीरज शांत रहता था. साथियों ने मान लिया था कि संभवत: धीरज छुट्टी पर घर गया होगा, इसलिए जब तक उसके कमरे से दुर्गंध नहीं आने लगी, तब तक किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया.

Advertisement

संस्थान द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, “सैनी एक सक्रिय और उदीयमान विद्यार्थी था जो इस संस्थान की एथलेटिक टीम का एक समर्पित सदस्य भी था. इस विद्यार्थी की मृत्यु किन कारणों से हुई, इस चरण में यह अनिश्चित है.”

हालांकि, संस्थान ने इस बात की पुष्टि की कि वह जांच में पुलिस और फॉरेंसिक टीम का पूरा सहयोग कर रहा है. संस्थान ने भविष्य में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है.

Advertisement

संस्थान ने कहा, “दुख की इस घड़ी में यह संस्थान एक मेधावी छात्र और धावक की असमय मृत्यु पर शोक प्रकट करता है और शोक संतप्त परिवार को दुख सहन करने की ताकत देते की ईश्वर से प्रार्थना करता है.”

Featured Video Of The Day
Bihar News: दुर्गा पंडाल में इकलौते बेटे की मौत, मां ने मूर्ति के सामने रखी लाश और लगाई ये गुहार