मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि विपक्षी दलों ने समाज में जाति और मत-मजहब के नाम पर खाई पैदा की है. मुख्यमंत्री ने नगरीय निकाय चुनावों के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित रैली में विपक्ष को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने पिछली सरकारों पर बस्ती जिले को उपेक्षित रखने का आरोप लगाते हुए कहा, 'विपक्षी दलों ने केवल बांटने का काम किया है. समाज में जाति, मत-मजहब के नाम पर खाई पैदा की है.'
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कभी विकास का विजन नहीं देखा, वो विकास क्या करा पाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘साहित्यकारों की इस भूमि ने पिछली सरकारों की उपेक्षा का दंश झेला. एक साहित्यकार ने तो यहां तक कहा था कि ‘बस्ती को बस्ती कहूं, तो का को कहूं उजाड़.' आज सचाई यह है कि बस्ती इस मुहावरे से ऊपर उठकर नये ओज और तेज के साथ विकास के नये प्रतिमान स्थापित करते दिख रही है. आज महर्षि वशिष्ठ के नाम पर यहां मेडिकल कॉलेज है.''
आदित्यनाथ ने कहा कि कभी बस्ती जिले के ही मुंडेरवा में किसानों पर गोलियां चलवाई गयी थीं लेकिन भाजपा सरकार ने यहां नई चीनी मिल स्थापित की है. मुख्यमंत्री ने डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि अब किसी माता बहन को धुंए से फेफड़े का रोग नहीं होता है, क्योंकि यहां सभी घरों में उज्ज्वला योजना का लाभ पहुंचा दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘अब सरकार दीपावाली और होली में मुफ्त गैस सिलेंडर देगी, अब बस्ती में जब बेटी का जन्म होता है तो मंगल गीत गाये जाते हैं कि घर में सुमंगला आई है. सरकार अब बेटी के जन्म से लेकर पढ़ाई-लिखाई और विवाह तक सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है.''
उन्होंने दावा किया, ‘‘वर्ष 2017 से पहले नगरों में शोहदों का आतंक हुआ करता था. व्यापारी से रंगदारी वसूली जाती थी. मगर आज हमने युवाओं के हाथों में तमंचे नहीं बल्कि टैबलेट देने का काम किया है.'' मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इससे उनके सामने रोजगार के सुनहरे अवसर उपलब्ध हो रहे हैं . अब प्रदेश में शोहदों का आतंक नहीं है बल्कि सेफ सिटी है, हमारे शहर स्मार्ट सिटी हो रहे हैं. ये करिश्मा डबल इंजन सरकार का है. अब इसके साथ ट्रिपल इंजन भी जुड़ना चाहिए.''
बाद में सिद्धार्थनगर में आयोजित एक जनसभा में आदित्यनाथ ने कहा,''नीति आयोग ने देश के अति पिछड़े जिन 112 जनपदों को चयनित किया था उनमें सिद्धार्थनगर भी एक था, लेकिन अब सिद्धार्थनगर बुलेट ट्रेन की स्पीड से आगे बढ़ कर सामान्य जनपदों की श्रेणी में अग्रसर होता हुआ दिखाई दे रहा है.'' उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल संसाधन, कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में सिद्धार्थनगर ने प्रगति की है. यहां का काला नमक चावल एक बार फिर से वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति क्या थी, भारत के बारे में दुनिया के अंदर अच्छी धारणा नहीं बनती थी, 2014 के पहले लोग शक की निगाहों से देखते थे. योगी ने कहा कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज भारत वैश्विक नेता के रूप में उभरा है और दुनिया के अंदर जहां कहीं भी संकट आता तो भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देखा जाता है. उन्होंने कहा कि हमने पिछले छह वर्षों में तुष्टिकरण नहीं सशक्तिकरण पर जोर दिया है और भारतीय जनता पार्टी विकास के कार्यों को आगे बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि आज सिद्धार्थनगर में सड़कें चमचमाती हुई दिखाई दे रही हैं और हर घर नल की योजना से शुद्ध पेयजल हर विकासखंड में पहुंचाया जा रहा है.
वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में कूड़े के ढेर लगते थे, शहरों में शोहदों का आतंक हुआ करता था. वहीं नगरीय क्षेत्र में भारी जलभराव, जाम की समस्या से लोग जूझते थे. वर्ष 2017 के पहले एक पार्टी विशेष के लोगों के हाथों में तमंचे होते थे, जिससे व्यापारियों से रंगदारी वसूल की जाती थी. आज नगरों में कूड़े के ढेर नहीं बल्कि हमारे नगर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होते जा रहे हैं.
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