केंद्र में सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान दो दिन पहले ही एकीकृत पेंशन योजना, यानी यूनिफ़ाइड पेंशन स्कीम (UPS) को मंज़ूरी दी है, और यह स्कीम वित्तवर्ष 2025-26 से लागू कर दी जाएगी. दो दिन से केंद्र सरकार के सभी कर्मचारी यही हिसाब-किताब लगाने में उलझे हैं कि इस स्कीम को चुन लेने के बाद रिटायर होने पर उनकी पेंशन कितनी बनेगी. आइए, आज आपको बताते हैं कि कितनी बेसिक सैलरी वाले सरकारी कर्मचारी को रिटायर होने पर न्यूनतम कितनी पेंशन मिलेगी.
सरकार की घोषणा के अनुसार, सभी कर्मचारियों को योजना में किए गए अंशदान पर पेंशन का लाभ दिया जाएगा. इस योजना को अपनाने वालों को एक लाभ यह भी होगा कि कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी तथा महंगाई भत्ते के जोड़ का 10 प्रतिशत ही अंशदान देते रहेंगे, परंतु इस योजना के अंतर्गत सरकार का योगदान अब तक दिए जा रहे 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 18.5 प्रतिशत कर दिया गया है.
इसी योजना में पारिवारिक पेंशन का भी प्रावधान है, जो कर्मचारी की मृत्यु की स्थिति में उसके आश्रितों को दी जाएगी. यह राशि कर्मचारी की तय पेंशन का 60 फ़ीसदी होगी, जिस पर महंगाई राहत भी दी जाएगी.
आइए देखते हैं UPS के तहत पेंशन का हिसाब-किताब
यदि किसी कर्मचारी की रिटायरमेंट से पहले के 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी ₹50000 होगी, तो उसे ₹25000 न्यूनतम निश्चित पेंशन के तौर पर दिए जाएंगे, जिस पर कर्मचारी को ₹12500 महंगाई राहत भी (मौजूदा दर 50 प्रतिशत) दी जाएगी, यानी उस कर्मचारी को न्यूनतम मासिक पेंशन के तौर पर ₹37500 मिलेंगे.
इसी कर्मचारी का निधन हो जाने की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में उसके आश्रित परिवार को पेंशन राशि ₹25000 का 60 प्रतिशत, यानी ₹15000 पारिवारिक पेंशन के तौर पर दिया जाएगा, जो महंगाई राहत (मौजूदा दर 50 प्रतिशत) जोड़कर ₹22500 हो जाएगा.
इसी तरह, हमारे चार्ट में आप देख सकते हैं कि रिटायरमेंट से पहले के 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी ₹50000, ₹60000, ₹70000, ₹80000, ₹90000, ₹100000, ₹110000, ₹120000, ₹130000, ₹140000, ₹150000, ₹160000, ₹170000, ₹180000, ₹190000, ₹200000, ₹210000, ₹220000, ₹230000, ₹240000 तथा ₹250000 होने पर किसे कितनी पेंशन हासिल होगी, और किसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में कर्मचारी का देहावसान हो जाने पर उसके परिवार को पारिवारिक पेंशन के रूप में कितनी राशि हासिल होगी.