अगर आप नौकरी करते हैं और आपका पीएफ खाता (PF Account)है, तो यह सवाल आपके मन में जरूर आता होगा कि रिटायरमेंट के बाद आपको कितनी पेंशन (Retirement Pension) मिलेगी. खासतौर पर अगर आप 60 साल की उम्र तक काम करते हैं, तो यह जानना जरूरी है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ (EPFO) के नियम क्या कहते हैं और पेंशन कैसे कैलकुलेट होती है.आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं.
पीएफ खाते में कैसे जमा होता है पैसा?
अगर आप प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं, तो आपकी सैलरी का 12% हिस्सा आपके पीएफ खाते में जाता है. आपकी कंपनी भी उतना ही योगदान करती है, लेकिन इसमें से 8.33% हिस्सा पेंशन फंड में और बाकी 3.67% पीएफ में जमा होता है.
EPFO के Pension नियम क्या कहते हैं?
- ईपीएफओ के मुताबिक, अगर आपने 10 साल तक पीएफ खाते में योगदान दिया है, तो आप पेंशन के हकदार हो जाते हैं.
- आप 50 साल की उम्र में पेंशन क्लेम कर सकते हैं, लेकिन हर साल 4% की कटौती की जाएगी.
- अगर आप 58 साल की उम्र तक इंतजार करते हैं, तो आपको पूरी पेंशन मिलेगी.
- 58 साल के बाद अगर आप पेंशन क्लेम नहीं करते और इसे 60 साल तक टालते हैं, तो हर साल 4% की बढ़ोतरी मिलेगी यानी 60 साल की उम्र में आपको
- 8% ज्यादा पेंशन मिलेगी.
जानें पेंशन कैलकुलेशन का फार्मूला
EPFO के मौजूदा नियमों के अनुसार, पेंशन योग्य सैलरी की अधिकतम सीमा 15,000 रुपये है. इसका मतलब है कि हर महीने 15,000 x 8.33/100 = 1,250 रुपये आपके पेंशन फंड में जमा हो सकते हैं.
जब पेंशन की गणना होती है, तो इसे इस फॉर्मूले से निकाला जाता है:
पेंशन योग्य वेतन x पेंशन योग्य सेवा / 70 = मासिक पेंशन
60 साल की उम्र में कितनी मिलेगी पेंशन?
अगर आपने 23 साल की उम्र में नौकरी शुरू की और 58 साल में रिटायर हुए, तो आपने कुल 35 साल तक काम किया. इस स्थिति में:
पेंशन योग्य वेतन = 15,000 रुपये
सेवा अवधि = 35 साल
पेंशन होगी:
15,000 x 35 / 70 = 7,500 रुपये प्रति माह
अगर आपने 60 साल की उम्र में पेंशन क्लेम किया, तो इस पर 8% की अतिरिक्त बढ़ोतरी होगी.
जानें पेंशन से जुड़ी जरूरी बातें
- पीएफ पेंशन का कैलकुलेशन आपकी आखिरी 60 महीनों की औसत सैलरी पर आधारित होता है.
- नौकरी की अवधि जितनी लंबी होगी, आपकी पेंशन उतनी ज्यादा होगी.
- तो अगर आप लंबे समय तक नौकरी करते हैं और 60 साल तक पेंशन क्लेम नहीं करते, तो आपके लिए यह फायदे का सौदा साबित हो सकता है. पेंशन से जुड़े सवालों का जवाब पाने के लिए ईपीएफओ के नियमों को जरूर समझें और समय-समय पर अपने खाते का रिव्यू करते रहें.