World | Edited by: चंदन वत्स |मंगलवार अगस्त 15, 2023 11:50 PM IST सुनक ने कहा, "बड़े होते हुए, मेरे पास साउथेम्प्टन में हमारे स्थानीय मंदिर में जाने की बहुत अच्छी यादें हैं. मेरे माता-पिता और परिवार हवन, पूजा, आरती का आयोजन करते थे. उसके बाद, मैं अपने भाई-बहन और चचेरे भाइयों के साथ दोपहर का भोजन और प्रसाद परोसने में मदद करता था."