Blogs | Dharmendra Singh |गुरुवार अप्रैल 21, 2016 12:25 PM IST ...शक्तिमान इतिहास के उसी लाड़ले पशु-वंश का प्रतिनिधि था, जिसकी पीठ पर चढ़कर मनुष्य ने मनुष्य को कत्ल किया, बस्तियां उजाड़ीं, शहर जलाए, साम्राज्य बनाए, ताज गंवाए। वह हमारी एड़ पाकर चलता रहा, दौड़ता रहा। इतिहास की अमानवीयता में उसका अपना कोई हस्तक्षेप न था।