Literature | Reported by: अनिता शर्मा |शुक्रवार जनवरी 20, 2017 03:10 PM IST कश्मीर घाटी में दशकों तक चले संघर्ष की ‘‘सबसे बड़ी शिकार’’ वहां की महिलाएं हैं, ये कहना है कश्मीरी कवियत्री सैफई का. सैफई ने कहा कि इस संघर्ष की शिकार कई महिलाओं को अपने पतियों के पते-ठिकाने के बारे में कुछ नहीं पता था. इन लोगों को ‘‘अधूरी बेवा’’के तौर पर जाना जाने लगा.