World | Translated by: मानस मिश्रा |बुधवार मई 17, 2017 12:00 PM IST न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में सदस्यता पाने के लिए रूस की ओर से मिल रहे रुखे संकेत से भारत ने कड़ा रुख अपना लिया है. मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने रूस को साफ संदेश दिया है कि अगर रूस अपने दोस्त चीन को मनाने की पहल नहीं करता है तो वह कुंडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना की 5 वीं और 6 वीं रिएक्टर यूनिटों के विकास से जुड़े समझौते से अपने हाथ पीछे खींच सकता है.