Zara Hatke | Written by: विवेक रस्तोगी |मंगलवार अगस्त 23, 2016 08:35 AM IST चेन्नई स्थित अमेरिकी कॉन्स्यूलेट जनरल के कुछ कर्मी 377वें मद्रास डे के मौके पर सपरिवार एक रेस्तरां में पहुंचे, वही भोजन किया, जो शहर की पहचान माना जाता है, और सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा कि उन्होंने भोजन किया भी बिल्कुल उसी तरह, जैसे यहां की परंपरा रही है... यानी बच्चों, बूढ़ों और जवानों - अमेरिकी परिवार के सभी लोगों ने केले के पत्तों पर सजे व्यंजनों को छुरी-कांटों या चम्मचों की मदद से नहीं, हाथों से ही खाया, जिस तरह 'मद्रास' के लोग खाया करते हैं...