India | Reported by: कमाल खान, Edited by: नवीन कुमार |गुरुवार दिसम्बर 3, 2020 07:11 PM IST मुस्लिम धर्म गुरू खालिद रशीद कहते हैं. "बल्कि मजहब में बहुत सख्ती से कहा गया है कि इसमें किसी भी तरह की कोई जोर जबरदस्ती नहीं है. लिहाजा कुछ लोग उनका ताल्लुक किसी भी मजहब से हो अगर ऐसा करते हैं तो जाहिर सी बात है कि ये सोसाइटी की खराबी है, मजहब को या किसी समुदाय को इसके लिए टारगेट करना मुनासिब नहीं है."